>

Welcome Note स्वागत लेख

Welcome Note स्वागत लेख

दोस्तों webpandithindi की दुनिया में आपका स्वागत है। वेब पण्डित के माध्यम से मैं आपको पाण्डित्य के नए रूप से परिचित कराना चाहूँगा, आशा है...

बुधवार, 25 सितंबर 2019

नवरात्र 2019 Navratra 2019

            शारदीय नवरात्र 2019

       Sharadiya Navratri 2019


शारदीय नवरात्र 29 सितम्बर 2019 दिन रविवार से प्रारम्भ हो रहे हैं।कलश स्थापन प्रातःकाल से लेकर पूरे दिन किसी भी समय किया जा सकता है।तथा अभिजित मुहूर्त दिन में 11/35 से लेकर 12/25 तक विशेष माना गया है।
शक्तिस्वरूपा जगतजननी के नवो स्वरूपों के लिए निर्धारित नवदिन का नवरात्र सनातनियों के लिए शक्ति और ऊर्जा का स्रोत माना जाता है।
जगदम्बा की शारदीय नवरात्र में स्थापना कर पूजा अर्चना सभी गृहस्थों की मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाली होती है।

तथा दुर्गा पूजा समितियाँ पण्डालों में भगवती की स्थापना कर भगवती की विशेष कृपा के भागी बनते हैं।भगवान राम द्वारा रावण वध के लिए की गई त्रिदिवसीय शक्ति पूजा को आधार मानकर बंगीय परम्परा से निःसृत इस पूजा पद्धति में सप्तमी तिथि में देवी की स्थापना की जाती है जो तीन दिन तक चलती है।
सप्तमी तिथि के दिन से ही देवी के आगमन का विचार होता है।तदनुसार इस वर्ष देवी का आगमन तुरंग अथवा अश्व पर हो रहा है जिसका फल नेष्टकारक है।
महाष्टमी का मान 6 अक्टूबर रविवार को होगा।
महानवमी 7 अक्टूबर सोमवार को होगी।नवमी तिथि पर्यन्त दिन में 3 बजकर5 मिनट तक नवरात्र से संबंधित दुर्गा सप्तशती पाठ एवं हवन कर नवरात्र अनुष्ठान संपन्न कर लिया जाएगा।
चूँकि दिन में ही नवमी तिथि समाप्त हो जा रही है इसलिए पूरे नवरात्र भर व्रत वाले व्रती आज ही 03/05pm के बाद पारण कर सकते हैं।